Dividend Kya Hota Hai|और कैसे मिलता है
Dividend लाभांश भी कहा जाता हैं। Dividend एक वित्तीय संद्या हैं जो कंपनी के शेयर पर हर तीन महीने में शेयरधारको को दिया जाता हैं। आम भाषा में कहें तो कंपनी को हर साल जो मुनाफा या फायदा होता हैं उसको कंपनी शेयर होल्डर्स में बांटा जाता हैं।
और यह तिमाही dividend ही फायनल Dividend माना जाता हैं। अब यह कंपनी के ऊपर होता हैं की वह कब यह dividend कितना और कितनी बार बाँट सकते हैं या बाँटते हैं। Dividend प्रति शेयर बांटा जाता हैं।
कई कंपनियों को अपने शेयरधारकों को शेयरों का भुगतान करने के लिए बंधी नहीं होती है। यदि एक कंपनी हर बार अपने शेयर का एक हिस्सा वितरित करती है, तो यह गारंटी नहीं है कि वह भविष्य में शेयरों का भुगतान जारी रखेगी।
शेयर से संबंधित सभी अधिकार कंपनी के निदेशक बोर्ड के साथ हैं। छोटे उद्यमों को बहुत कम भुगतान किया जाता है क्योंकि उन्हें वृद्धि पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता होती है। कंपनी हमेशा अपने शेयरों के मूल्य के आधार पर पूरी तरह से शेयरों का भुगतान करती है।
Dividend कब मिलता है?
कंपनी के नवीनतम वित्तीय परिणामों के साथ, लाभांश का भुगतान हर तिमाही में किया जाता है। कुछ कंपनियाँ वर्ष की अंतिम तिमाही में केवल एक बार लाभांश का भुगतान करती हैं, जिसे अंतिम लाभांश कहा जाता है। एक कंपनी द्वारा भुगतान किए जाने वाले लाभांश का समय और राशि कई कारकों पर निर्भर कर सकती है, जिसमें उसकी वित्तीय स्थिति और यह कितना लाभदायक है। कुछ कंपनियां साल में केवल एक बार बोनस देती हैं, जबकि अन्य उन्हें अधिक बार देती हैं।
कैसे किया जाता है Dividend का भुगतान
जब आप सामान्य स्टॉक में इन्वेस्ट करते हैं तो शेयर्स की की कीमत बढ़ने पर कंपनी फायदा याने की Dividend के रूप में एक (certain Amount) बड़ी राशि का पसंदीदा या पसंदीदा स्टॉक में लाभांश का भुगतान ग्राहक या सामान्य स्टॉक में लाभांश के भुगतान से भिन्न होता है।
पसंदीदा शेयरधारक एक पूर्व निर्धारित लाभांश प्राप्त करते हैं, जबकि ग्राहक या सामान्य शेयरधारक अपने द्वारा चुने गए किसी भी लाभांश को प्राप्त कर सकते हैं। पसंदीदा स्टॉक आमतौर पर अन्य प्रकार के स्टॉक या बॉन्ड की तुलना में अधिक लाभांश भुगतान करते हैं।
कंपनियां साल में कितनी भी बार डिविडेंड दे सकती हैं यह तय करने के लिए हर बार कंपनी एक record date की घोषणा करते हैं ताकि लोगों को पता चल सके कि अगर उन्हें डिविडेंड लेना है।अगर record date के दिन की लिस्ट में आपका नाम नहीं पाया जाता तो आपको dividend नहीं दिया जा सकता।
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Dividend से संबंधित Important बातें
लाभांश भुगतान घटनाओं के कालानुक्रमिक क्रम का पालन करते हैं, और संबंधित तिथियां यह निर्धारित करने के लिए महत्वपूर्ण हैं कि कौन से शेयरधारक लाभांश भुगतान प्राप्त करने के योग्य हैं।
- घोषणा की तारीख: कंपनी प्रबंधन द्वारा लाभांश की घोषणा घोषणा तिथि (या घोषणा तिथि) पर की जाती है और भुगतान करने से पहले शेयरधारकों द्वारा अनुमोदित किया जाना चाहिए।
- एक्स-डिविडेंड डेट: जिस तारीख को डिविडेंड की पात्रता खत्म होती है, उसे एक्स-डिविडेंड डेट या सिर्फ एक्स डेट कहा जाता है। उदाहरण के लिए, यदि किसी स्टॉक की पूर्व तिथि सोमवार, 5 मई है, तो उस दिन या उसके बाद स्टॉक खरीदने वाले शेयरधारक लाभांश प्राप्त करने के योग्य नहीं होंगे। शेयरधारक जो मालिक हैं।
- रिकॉर्ड डेट : रिकॉर्ड डेट वह कटऑफ तिथि है, जो कंपनी द्वारा निर्धारित की जाती है कि कौन से शेयरहोल्डर लाभांश या वितरण प्राप्त करने के लिए पात्र हैं।
- भुगतान की तारीख: कंपनी भुगतान की तारीख पर लाभांश का भुगतान जारी करती है, जो तब होता है जब पैसा शेयरहोल्डर के बैंक अकाउंट में जमा हो जाता है।
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Dividend क्यों Important होते हैं?
सिर्फ डिविडेंड से आप किसी भी कंपनी के promoters के बारे में बहुत कुछ पता कर सकते हैं जैसे; मैनेजमेंट की फितरत ईमानदारी, plans, वह कंपनी को लेकर कितने serious है और उनका कंपनी को लेकर नजरिया (future vision) क्या है,
यह सब पता करने के लिए आपको देखना होगा कि कंपनी कैसे डिविडेंड देती है और उसका past dividend track क्या रहा है.
Dividend कितने प्रकार के होते हैं
डिविडेंट के मूल रूप से छह प्रकार के होते हैं, जो की इस प्रकार है
1.नकद डिविडेंट (Cash dividend)
ज्यादातर कंपनियां इस प्रकार के डिविडेंट का भुगतान करती हैं. यह नकद भुगतान सीधे कंपनी से शेयरहोल्डर के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर किया जाता है. वैसे यह भुगतान ज्यादातर ऑनलाइन पद्धती सेही किया जाता है, लेकिन कभी-कभी भुगतान चेक के से भी किया जा सकता है.
2. स्टॉक डिविडेंट (stock dividend)
इस प्रकार में शेयरहोल्डर्स के लिए नए शेयर जारी करके स्टॉक लाभांश का भुगतान किया जाता है. सामान्य शेयर्स में इन्वेस्ट करने वाले लोग स्टॉक लाभांश भुगतान का ऑप्शन चुन सकते हैं. यह डिविडेंट Cash dividend बेहतर माना जाता है. कंपनी शेयरहोल्डर को अपनी इच्छा के अनुसार स्टॉक डिविडेंट को नकदी में तपदिल करने का ऑप्शन देती हैं
3. संपत्ति डिविडेंट (Asset dividend)
इस प्रकार में कंपनि शेयरहोल्डर को dividend के रूप में भौतिक संपत्ति, अचल संपत्ति और अन्य के रूप में गैर मौद्रिक भुगतान भी कर सकती है।
4. Scrip dividend
जब कंपनी के पास डिविडेंट जारी करने के लिए पर्याप्त राशि नहीं होती है तो कंपनी स्क्रिप (Scrip) डिविडेंट जारी कर सकती है, यह एक प्रकार का वादा होता है, आम भाषा में कहें तो यह भविष्य आपको एक विहित तिथि पर आपकी राशि लौटाने या भुगतान करने की गारंटी देता हैं।
5. लिक्विडेटिंग डिविडेंट (liquidating)
जब कोई कंपनी अपना बिज़नेस बंद कर रही होती है जिसपे आपने इन्वेस्ट किया हैं तो वह कंपनी अपने शेयरहोल्डर को liquidating dividend के रूप में रकम अदा करती हैं. और शेयरहोल्डर को उस कंपनी द्वारा किया गया यह अंतिम भुगतान होता है जो भुगतान शेयर की संख्या के आधार पर किया जाता है.
6. विशेष डिविडेंट (Special dividend)
जब कोई कंपनी अपनी dividend से अलग किसी डिविडेंट का भुगतान करती है तो इसे तो इसे Special dividend कहा जाता है. इस स्पेशल डिविडेंट को तब बांटा जाता हैं, जब कंपनी को ज्यादा प्रॉफिट हो रहा हैं. इसे अतिरिक्त प्रॉफिट के रूप में जाना जाता है. यह डिविडेंट आम तौर पर सामान्य डिविडेंट की तुलना में ज्यादा होता है।
7. लाभांश नीति अर्थात Dividend पाॅलिसी क्या होती है
लाभांश नीति वर्तमान में cash dividend का भुगतान करने या बाद के चरण में बढ़े हुए लाभांश का भुगतान करने के संबंध में वित्तीय नीतियों से संबंधित है। लाभांश जारी करना है या नहीं, और कितनी राशि, मुख्य रूप से कंपनी के अनुपयुक्त लाभ (अतिरिक्त नकद) के आधार पर निर्धारित की जाती है और कंपनी की दीर्घकालिक कमाई शक्ति से संबंधित होती है।
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Dividend पाॅलिसी के क्या उद्देश्य हैं
एक अच्छी डिविडेंड पाॅलिसी वही होती है, जिससे शेयर होल्डर्स की डिविडेंड विलिंग एवं कंपनी की वित्तीय जरूरतों के मध्य समन्वय स्थापित हो। यानी उसके माध्यम से शेयर होल्डर्स को अच्छा लाभांश भी जाए एवं कंपनी भी वित्तीय रूप से मजबूत हो।
Dividend पाॅलिसी कितने प्रकार की होती है
सामान्य रूप से डिविडेंड पाॅलिसी तीन प्रकार की होती है
1. कठोर अथवा अनुदार डिविडेंड पाॅलिसी
इसे नियमित लाभांश नीति भी कहा जाता है। इसमें मैनेजमेंट कंपनी की फाइनेंशियल कंडीशन एवं बिजनेस को सबसे ऊपर रखते हैं। वे शेयर होल्डर्स की उम्मीद को सबसे निचला स्थान देते हैं। इस नीति के अंतर्गत मैनेजमेंट लाभ का अधिकतर हिस्सा व्यवसाय में ही लगाया जाता हैं।
2. लचीली अथवा उदार डिविडेंड पाॅलिसी
इस डिविडेंड पाॅलिसी में मैनेजमेंट लाभ के ज्यादातर हिस्से को शेयर होल्डर्स में बांट देते हैं। वह बस प्रॉफिट का उतना ही हिस्सा बिजनेस में लगाते हैं, जो अत्यंत बेहद जरुरी हो। ऐसी स्थिति में प्रॉफिट बेहद अच्छा होता है।
3. स्थिर डिविडेंड पाॅलिसी
यह लाभांश नीति का स्वरुप स्थिर होता है। मतलब आम भाषा में इसमें लंबी अवधि तक कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं किया जाता। इस नीति में कंपनी की भविष्य की जरूरतों एवं सदस्यों की वर्तमान उम्मीदों के बीच बैलेंस रखा जाता है।
4. शून्य लाभ नीति (Nil Dividend Policy)
जब किसी कंपनी की कार्यशील पूंजी की स्थिति बहुत प्रतिकूल होती है, या जब कंपनी को विस्तार योजना को लागू करने के लिए पूंजी की आवश्यकता होती है, तो कंपनी के शेयरधारकों को लाभ हो सकता है।
एक अच्छी Dividend पाॅलिसी तैयार करते वक्त किन बातों को ध्यान में रखना चाहिए-
कंपनियां शेयर होल्डर्स को डिविडेंड वितरित करते हुए एक पाॅलिसी फाॅलो करती हैं। दरअसल, एक अच्छी लाभांश नीति शेयर होल्डर्स के पैसे को बढ़ाने के साथ ही कंपनी के लक्ष्यों को पूरा करने में भी सहायक होती है।
एक बेहतर Dividend पाॅलिसी की खास बातें
1. लाभांश नीति नीति निर्माताओं को पहले से एक नीति योजना तैयार करनी चाहिए।
2. एक अच्छी लाभांश नीति का लक्ष्य कंपनी के मूल्य में वृद्धि करना होता है, जो शेयरधारकों के पैसे पर निर्भर करता है। इसलिए, कंपनी के शेयरों पर प्रस्तावित नीति के प्रभाव पर किसी भी निर्णय का मूल्यांकन इसके लॉन्च से पहले किया जाना चाहिए।
3. एक अच्छी लाभांश नीति में शेयरहोल्डर्स की लाभांश इच्छाओं और कंपनी की वित्तीय जरूरतों के बीच संतुलन बनाना जरुरी होता है।
4. कंपनी की लाभांश नीति में तत्काल कोई परिवर्तन नहीं होना चाहिए।
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अधिकतर पूछे जाने वाले सवाल
Q- Dividend कैसे दिया जाता हैं?
शेयर बाजार में लाभांश का भुगतान आपके शेयर्स की संख्या के आधार पर किया जाता है। इसका मतलब है कि आप प्रति शेयर एक जैसा dividend प्राप्त करते हैं, भले ही आपके पास कितने भी शेयर हों।
Q- कंपनी Dividend क्यों देती हैं?
कंपनी लाभांश देती है ताकि अधिक से अधिक लोग इसमें अपना पैसा निवेश करें, यही कारण है कि जब वह वर्ष के अंत में मुनाफा कमाती है, तो वह उस लाभ में से कुछ को अपने व्यवसाय में वापस इन्वेस्ट करती है। इसके बाद वह उस पैसे को निवेशकों में बांट देता है, ताकि उनकी कंपनी के शेयर ज्यादा से ज्यादा बेचे जा सकें।
Q- क्या loss making कंपनी डिविडेंड दे सकती हैं?
पब्लिक सेक्टर की अधिकतर कंपनियां अपने शेयरहोल्डर्स को डिविडेंड देती हैं. कुछ प्राइवेट कंपनियां भी डिविडेंड यील्ड देती हैं. लेकिन अगर कंपनी लॉस में हैं तो dividend देना अनिवार्य नहीं है।
Q- आपको Dividend कैसे प्राप्त होगा?
लाभांश भुगतान अनुपात एक उपाय है कि प्रति शेयर लाभांश में कंपनी की शुद्ध आय का कितना भुगतान किया जाता है।